मिस्र के लोग

ये बाइबल की वे आयतें हैं जो इस बारे में बात करती हैं मिस्र के लोग

उत्पत्ति 10 : 6
6 फिर हाम के पुत्र: कूश, और मिस्र, और फूत और कनान हुए।

उत्पत्ति 10 : 14
14 और पत्रुसी, कसलूही, और कप्तोरी लोग हुए, कसलूहियों में से तो पलिश्ती लोग निकले॥

1 राजा 4 : 30
30 और सुलैमान की बुद्धि पूर्व देश के सब निवासियों और मिस्रियों की भी बुद्धि से बढ़कर बुद्धि थी।

उत्पत्ति 50 : 3
3 और उसके चालीस दिन पूरे हुए। क्योंकि जिनकी लोथ में सुगन्धद्रव्य भरे जाते हैं, उन को इतने ही दिन पूरे लगते हैं: और मिस्री लोग उसके लिये सत्तर दिन तक विलाप करते रहे॥

उत्पत्ति 50 : 26
26 निदान यूसुफ एक सौ दस वर्ष का हो कर मर गया: और उसकी लोथ में सुगन्धद्रव्य भरे गए, और वह लोथ मिस्र में एक सन्दूक में रखी गई॥

उत्पत्ति 12 : 20
20 और फिरौन ने अपने आदमियों को उसके विषय में आज्ञा दी और उन्होंने उसको और उसकी पत्नी को, सब सम्पत्ति समेत जो उसका था, विदा कर दिया॥

उत्पत्ति 37 : 36
36 और मिद्यानियों ने यूसुफ को मिस्र में ले जा कर पोतीपर नाम, फिरौन के एक हाकिम, और जल्लादों के प्रधान, के हाथ बेच डाला॥

भजन संहिता 78 : 51
51 उसने मित्र के सब पहिलौठों को मारा, जो हाम के डेरों में पौरूष के पहिले फल थे;

निर्गमन 12 : 29
29 और ऐसा हुआ कि आधी रात को यहोवा ने मिस्र देश में सिंहासन पर विराजने वाले फिरौन से ले कर गड़हे में पड़े हुए बन्धुए तक सब के पहिलौठों को, वरन पशुओं तक के सब पहिलौठों को मार डाला।

भजन संहिता 78 : 51
51 उसने मित्र के सब पहिलौठों को मारा, जो हाम के डेरों में पौरूष के पहिले फल थे;

भजन संहिता 105 : 36
36 उसने उनके देश के सब पहिलौठों को, उनके पौरूष के सब पहिले फल को नाश किया॥

भजन संहिता 136 : 10
10 उसने मिस्त्रियों के पहिलौठों को मारा, उसकी करूणा सदा की है॥

निर्गमन 12 : 36
36 और यहोवा ने मिस्रियों को अपनी प्रजा के लोगों पर ऐसा दयालु किया, कि उन्होंने जो जो मांगा वह सब उन को दिया। इस प्रकार इस्राएलियों ने मिस्रियों को लूट लिया॥

निर्गमन 14 : 30
30 और यहोवा ने उस दिन इस्राएलियों को मिस्रियों के वश से इस प्रकार छुड़ाया; और इस्राएलियों ने मिस्रियों को समुद्र के तट पर मरे पड़े हुए देखा।

भजन संहिता 106 : 11
11 और उन के द्रोही जल में डूब गए; उन में से एक भी न बचा।

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *