पैलेस

ये बाइबल की वे आयतें हैं जो इस बारे में बात करती हैं पैलेस

1 राजा 21 : 1
1 नाबोत नाम एक यिज्रेली की एक दाख की बारी शोमरोन के राजा अहाब के राजमन्दिर के पास यिज्रेल में थी।

2 राजा 15 : 25
25 उसके सरदार रमल्याह के पुत्र पेकह ने उस से राजद्रोह की गोष्ठी कर के, शोमरोन के राजभवन के गुम्मट में उसको और उसके संग अर्गोब और अर्ये को मारा; और पेकह के संग पचास गिलादी पुरुष थे, और वह उसका घात कर के उसके स्थान पर राजा बन गया।

यिर्मयाह 49 : 27
27 और मैं दमिश्क की शहरपनाह में आग लगाऊंगा जिस से बेन्हदद के राजभवन भस्म हो जाएंगे।

आमोस 1 : 12
12 इसलिये मैं तेमान में आग लगाऊंगा, और उस से बोस्रा के भवन भस्म हो जाएंगे॥

नहूम 2 : 6
6 नहरों के द्वार खुल जाते हैं, और राजभवन गल कर बैठा जाता है।

2 शमूएल 7 : 2
2 तब राजा नातान नाम भविष्यद्वक्ता से कहने लगा, देख, मैं तो देवदारु के बने हुए घर में रहता हूँ, परन्तु परमेश्वर का सन्दूक तम्बू में रहता है।

1 राजा 7 : 12
12 और बड़े आंगन के चारों ओर के घेरे में गढ़े हुए पत्थरों के तीन रद्दे, और देवदारु की कडिय़ों का एक परत था, जैसे कि यहोवा के भवन के भीतर वाले आंगन और भवन के ओसारे में लगे थे।

दानिय्येल 4 : 29
29 बारह महीने बीतने पर जब वह बाबुल के राजभवन की छत पर टहल रहा था, तब वह कहने लगा,

दानिय्येल 5 : 5
5 कि उसी घड़ी मनुष्य के हाथ की सी कई उंगलियां निकल कर दीवट के साम्हने राजमन्दिर की भीत के चूने पर कुछ लिखने लगीं; और हाथ का जो भाग लिख रहा था वह राजा को दिखाई पड़ा।

दानिय्येल 6 : 18
18 तब राजा अपने महल में चला गया, और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा; और उसके पास सुख विलास की कोई वस्तु नहीं पहुंचाई गई, और उसे नींद भी नहीं आई॥

नहेमायाह 1 : 1
1 हकल्याह के पुत्र नहेमायाह के वचन। बीसवें वर्ष के किसलवे नाम महीने में, जब मैं शूशन नाम राजगढ़ में रहता था,

एस्तेर 1 : 2
2 उन्हीं दिनों में जब क्षयर्ष राजा अपनी उस राजगद्दी पर विराजमान था जो शूशन नाम राजगढ़ में थी।

एस्तेर 7 : 7
7 राजा तो जलजलाहट में आ, मधु पीने से उठ कर, राजभवन की बारी में निकल गया; और हामान यह देखकर कि राजा ने मेरी हानि ठानी होगी, एस्तेर रानी से प्राणदान मांगने को खड़ा हुआ।

दानिय्येल 8 : 2
2 जब मैं एलाम नाम प्रान्त में, शूशन नाम राजगढ़ में रहता था, तब मैं ने दर्शन में देखा कि मैं ऊलै नदी के किनारे पर हूं।

एज्रा 6 : 2
2 और मादे नाम प्रान्त के अहमता नगर के राजगढ़ में एक पुस्तक मिली, जिस में यह वृत्तान्त लिखा था:

आमोस 3 : 9
9 अश्दोद के भवन और मिस्र देश के राजभवन पर प्रचार कर के कहो, सामरिया के पहाड़ों पर इकट्ठे हो कर देखो कि उस में क्या ही बड़ा कोलाहल और उसके बीच क्या ही अन्धेर के काम हो रहे हैं।

आमोस 1 : 12
12 इसलिये मैं तेमान में आग लगाऊंगा, और उस से बोस्रा के भवन भस्म हो जाएंगे॥

आमोस 2 : 2
2 इसलिये मैं मोआब में आग लगाऊंगा, और उस से करिय्योत के भवन भस्म हो जाएंगे; और मोआब हुल्लड़ और ललकार, और नरसिंगे के शब्द होते-होते मर जाएगा।

नहूम 2 : 6
6 नहरों के द्वार खुल जाते हैं, और राजभवन गल कर बैठा जाता है।

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