ये बाइबल की वे आयतें हैं जो इस बारे में बात करती हैं परमेश्वर की प्रतीक्षा कैसे करें
भजन संहिता 27 : 13 – 14
13 यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूंगा, तो मैं मूर्च्छित हो जाता।
14 यहोवा की बाट जोहता रह; हियाव बान्ध और तेरा हृदय दृढ़ रहे; हां, यहोवा ही की बाट जोहता रह!
फिलिप्पियों 1 : 6
6 और मुझे इस बात का भरोसा है, कि जिस ने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है, वही उसे यीशु मसीह के दिन तक पूरा करेगा।
याकूब 1 : 2 – 3
2 हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो
3 तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है।
यूहन्ना 8 : 32
32 और सत्य को जानोगे, और सत्य तुम्हें स्वतंत्र करेगा।
1 थिस्सलुनीकियों 5 : 16 – 18
16 सदा आनन्दित रहो।
17 निरन्तर प्रार्थना मे लगे रहो।
18 हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।
विलापगीत 3 : 21 – 23
21 परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ, इसीलिये मुझे आाशा है:
22 हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरुणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है।
23 प्रति भोर वह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है।
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