इसके बारे में बाइबल क्या कहता है एक दूसरे के लिए मौजूद रहना – बाइबल की सभी आयतें एक दूसरे के लिए मौजूद रहना

ये बाइबल की वे आयतें हैं जो इस बारे में बात करती हैं एक दूसरे के लिए मौजूद रहना

1 थिस्सलुनीकियों 5 : 11
11 इस कारण एक दूसरे को शान्ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो॥

1 कुरिन्थियों 12 : 26
26 इसलिये यदि एक अंग दु:ख पाता है, तो सब अंग उसके साथ दु:ख पाते हैं; और यदि एक अंग की बड़ाई होती है, तो उसके साथ सब अंग आनन्द मनाते हैं।

इब्रानियों 10 : 24
24 और प्रेम, और भले कामों में उक्साने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें।

रोमियो 12 : 15
15 आनन्द करने वालों के साथ आनन्द करो; और रोने वालों के साथ रोओ।

कुलुस्सियों 3 : 9 – 10
9 एक दूसरे से झूठ मत बोलो क्योंकि तुम ने पुराने मनुष्यत्व को उसके कामों समेत उतार डाला है।
10 और नए मनुष्यत्व को पहिन लिया है जो अपने सृजनहार के स्वरूप के अनुसार ज्ञान प्राप्त करने के लिये नया बनता जाता है।

गलातियों 5 : 22 – 23
22 पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,
23 और कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम हैं; ऐसे ऐसे कामों के विरोध में कोई भी व्यवस्था नहीं।

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *