*विश्वास को शरीर की आवश्यकता होती है।* ऊपर पढ़कर मुझे पता चला कि यह मसीह केंद्रित था। “…..हम मसीह में जीवित हो गए हैं…..” और मसीह ईश्वर का अवतार थे। फिर भी उद्धार मनुष्यों के पास आना था, मनुष्यों की आत्माओं के माध्यम से नहीं, बल्कि भौतिक रूप में आगे बढ़ना था। इसका मतलब है कि शरीर की आवश्यकता थी। मसीह। ??
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