पवित्र शास्त्र का अध्ययन करें यशायाह ५५.१० – क्योंकि जैसे वर्षा और हिम आकाश से गिरते हैं और वहां फिर लौट नहीं जाते, वरन भूमि पर जल डालकर उपज उपजाते हैं जिस से बोनेवाले को बीज और खानेवाले को रोटी मिले, — null यशायाह ५५.११ – वैसे ही मेरा वचन भी होगा जो मेरे मुख से निकलता है; वह व्यर्थ ठहरकर मेरे पास न लौटेगा, परन्तु जो मेरी इच्छा और उद्देश्य है उसे वह पूरा करेगा, और जिस काम के लिये मैं ने उसको भेजा है उसे वह सफल करेगा। परमेश्वर का वचन असफल नहीं हो सकता जब परमेश्वर ने हमारे पिता अब्राहम से कहा कि वह तेरे वंश को पृथ्वी की धूल के समान बनाएगा (उत्पत्ति १३:१६) अब्राहम ने अभी तक एक बच्चे को जन्म नहीं दिया था लेकिन परमेश्वर ने समय से पहले काम किया और हमें उसमें देखा। परमेश्वर के बच्चे जानते हैं कि उसका वचन असफल नहीं हो सकता सारा बांझ थी लेकिन वचन जो दोहरी तलवार है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसके लिए कितने साल इंतजार करना पड़ा, आपको बस वचन पर विश्वास करना है। परमेश्वर ने आपके करियर, व्यवसाय, विवाह, परिवार के बारे में जो कुछ कहा है, वह सब पूरा होगा। यह कभी भी व्यर्थ नहीं जा सकता, बल्कि वहाँ समृद्ध होता है। आगे का अध्ययन उत्पत्ति 25:23_24 उत्पत्ति 13:16 नगेट परमेश्वर आपके जीवन के बारे में जो कुछ भी कहता है, वह पूरा होगा प्रार्थना प्रेमी पिता हम आपके वचन के लिए आपका धन्यवाद करते हैं। मैं इस पर विश्वास करना चुनता हूँ क्योंकि यह विफल नहीं हो सकता। आमीन
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