ये बाइबल की वे आयतें हैं जो इस बारे में बात करती हैं मनश्शे
उत्पत्ति 41 : 51
51 और यूसुफ ने अपने जेठे का नाम यह कहके मनश्शे रखा, कि परमेश्वर ने मुझ से सारा क्लेश, और मेरे पिता का सारा घराना भुला दिया है।
उत्पत्ति 46 : 20
20 और मिस्र देश में ओन के याजक पोतीपेरा की बेटी आसनत से यूसुफ के ये पुत्र उत्पन्न हुए, अर्थात मनश्शे और एप्रैम।
उत्पत्ति 48 : 1
1 इन बातों के पश्चात किसी ने यूसुफ से कहा, सुन, तेरा पिता बीमार है; तब वह मनश्शे और एप्रैम नाम अपने दोनों पुत्रों को संग ले कर उसके पास चला।
उत्पत्ति 48 : 20
20 फिर उसने उसी दिन यह कहकर उन को आशीर्वाद दिया, कि इस्राएली लोग तेरा नाम ले ले कर ऐसा आशीर्वाद दिया करेंगे, कि परमेश्वर तुझे एप्रैम और मनश्शे के समान बना दे: और उसने मनश्शे से पहिले एप्रैम का नाम लिया।
प्रकाशित वाक्य 7 : 6
6 आशेर के गोत्र में से बारह हजार पर; नपताली के गोत्र में से बारह हजार पर; मनश्श्हि के गोत्र में से बारह हजार पर।
उत्पत्ति 49 : 26
26 तेरे पिता के आशीर्वाद मेरे पितरों के आशीर्वाद से अधिक बढ़ गए हैं और सनातन पहाडिय़ों की मन- चाही वस्तुओं की नाईं बने रहेंगे: वे यूसुफ के सिर पर, जो अपने भाइयों में से न्यारा हुआ, उसी के सिर के मुकुट पर फूले फलेंगे॥
गिनती 1 : 35
35 और मनश्शे के गोत्र के गिने हुए पुरूष बत्तीस हजार दो सौ थे॥
गिनती 26 : 34
34 मनश्शे वाले कुल ये ही थे; और इन में से जो गिने गए वे बावन हजार सात सौ पुरूष थे॥
गिनती 2 : 18
18 पच्छिम अलंग पर एप्रैम की छावनी के झण्डे के लोग अपने अपने दलों के अनुसार रहें, और उनका प्रधान अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा होगा,
गिनती 2 : 20
20 उनके समीप मनश्शे के गोत्र के रहें, और उनका प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल होगा,
गिनती 10 : 23
23 और मनश्शेइयों के गोत्र को सेनापति पदासूर का पुत्र गम्लीएल था।
व्यवस्थाविवरण 33 : 17
17 वह प्रतापी है, मानो गाय का पहिलौठा है, और उसके सींग बनैले बैल के से हैं; उन से वह देश देश के लोगों को, वरन पृथ्वी के छोर तक के सब मनुष्यों को ढकेलेगा; वे एप्रैम के लाखों लाख, और मनश्शे के हजारों हजार हैं॥
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